भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे यशस्वी जयसवाल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह न केवल वर्तमान का चमकता सितारा हैं, बल्कि भविष्य के दिग्गज भी बनने जा रहे हैं। 23 साल की उम्र में, यशस्वी ने टेस्ट क्रिकेट में एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया है, जो क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में लंबे समय तक गूंजेगा। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में मात्र 21 टेस्ट मैचों और 40 पारियों में 2000 टेस्ट रन पूरे कर लिए। इसके साथ ही वे राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग के साथ संयुक्त रूप से सबसे तेज़ 2000 टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं।
सुनील गावस्कर का 49 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
जहाँ यशस्वी ने 40 पारियों में 2000 रन बनाकर द्रविड़ और सहवाग की बराबरी की, वहीं मैचों के हिसाब से महान बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर का 49 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। गावस्कर ने 23 टेस्ट मैचों में यह आंकड़ा छुआ था, लेकिन यशस्वी ने सिर्फ 21 टेस्ट मैचों में यह कारनामा कर दिखाया।
टेस्ट में सबसे तेज 2000 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज (पारियों के संदर्भ में):
रैंक | खिलाड़ी का नाम | पारियां |
1 | यशस्वी जायसवाल | 40 |
2 | राहुल द्रविड़ | 40 |
3 | वीरेंद्र सहवाग | 40 |
4 | विजय हजारे | 43 |
5 | गौतम गंभीर | 43 |
दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज बने
यशस्वी टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन बनाने वाले दुसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बने हैं | उन्होंने ये कारनाम महज 23 साल और 188 दिन की उम्र में कर दिखाया, पहले स्थान पर हैं दिग्गज सचिन तेंदुलकर, जिन्होंने 20 साल और 330 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
यशस्वी का शानदार टेस्ट करियर
यशस्वी ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ की थी, जहां उन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही शतक जड़ा था। तब से लेकर अब तक, उन्होंने 21 टेस्ट मैचों में 5 शतक और 11 अर्धशतक के साथ 54 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। उनकी आक्रामक और बेखौफ बल्लेबाजी ने उन्हें न केवल प्रशंसकों का चहेता बनाया है, बल्कि दिग्गजों की तारीफ भी बटोरी है।
इंग्लैंड दौरे पर यशस्वी का दमदार प्रदर्शन
यशस्वी ने इंग्लैंड दौरे की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की। पहले टेस्ट में लीड्स में उन्होंने शतक जड़ा और एजबेस्टन में पहली पारी में 87 रन बनाए। उनकी बल्लेबाजी ने भारत को पहली पारी में 587 रन का विशाल स्कोर बनाने में मदद की, जिसके दम पर भारत ने 180 रन की बढ़त हासिल की। यशस्वी की यह निरंतरता और आक्रामकता भारतीय क्रिकेट के लिए एक सुनहरा भविष्य दर्शाती है।
सड़क से लेकर सितारों तक का सफर
कौन जानता था कि मुंबई की सड़कों पर संघर्ष करने वाला एक लड़का एक दिन भारतीय क्रिकेट का चमकता सितारा बन जाएगा? यशस्वी जायसवाल की यह उपलब्धि सिर्फ रनों का आंकड़ा नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और सपनों को सच करने की कहानी है। उन्होंने दिखाया है कि अगर आप में लगन और जज्बा हो, तो कुछ भी असंभव नहीं।